साढ़े तीन हजार स्कूलोें को ही मिलेंगे मुखिया, ढाई हजार स्कूल रहेंगे बिना प्राचार्य

साढ़े तीन हजार स्कूलोें को ही मिलेंगे मुखिया, ढाई हजार स्कूल रहेंगे बिना प्राचार्य

 साढ़े तीन हजार स्कूलोें को ही मिलेंगे मुखिया, ढाई हजार स्कूल रहेंगे बिना प्राचार्य

बीकानेर. गत दिनों शिक्षा विभाग ने पदोन्नति कर उप प्राचार्य से प्राचार्य तो बना दिए लेकिन, पदस्थापन नहीं होने के कारण स्कूलों में दो-दो प्राचार्य बैठे हैं।अब राहत की खबर है कि शिक्षा विभाग ने प्राचार्य पद पर पदस्थापन के लिए काउंसलिंग कार्यक्रम जारी कर दिया। अगले महीनेभर में प्रदेश के स्कूलों में मुखिया यानि प्राचार्य को लेकर तस्वीर साफ हो जाएगी।अभी साढ़े सात हजार से ज्यादा स्कूलों में प्राचार्य नहीं है। पदोन्नति से मिले करीब पांच हजार प्राचार्य का स्कूलों में पदस्थापन करने की प्रक्रिया चल रही है। इनमें से करीब 800 की नौकरी नवीन स्कूल में पदस्थापन से पहले ही पूरी हो गई है। शेष का पदस्थापन करने के बाद भी प्रदेश में करीब ढाई हजार स्कूलों को अभी प्राचार्य नहीं मिल पाएगा।

पदस्थापन के इंतजार में हो गए सेवानिवृत्त

विभाग ने गत दिनों पांच हजार से अधिक उप प्राचार्य को प्राचार्य बनाकर मौजूदा कार्यरत स्कूल में ही ज्वाइनिंग करवा दी। इनके पदस्थापन के लिए काउंसलिंग का इंतजार करते-करते 812 सेवानिवृत्त हो गए हैं। ऐसे में अब 4 हजार 193 प्राचार्य ही बचे है।

काउंसलिंगकार्यक्रम जारी

प्राचार्य का पदस्थापन करने के लिए काउंसलिंग का कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। सात फरवरी को अंतिम आपत्तियों के आधार पर संशोधन कर स्थाई वरीयता सूची तैयार की जाएगी। इसके बाद 14 फरवरी तक विकल्प लेकर 18 फरवरी को रिपोर्ट के आधार पर पदस्थापन संबंधी आदेश जारी किए जाएंगे।- आशीष मोदी,माध्यमिक शिक्षा निदेशक

सभी स्कूलों में भरे पद

लंबे समय से स्कूलों में प्राचार्य के पद रिक्त पड़े हैं। विभाग पांच हजार का पदस्थापन के लिए काउंसलिंग कर रहा है । इसके बाद भी करीब ढाई हजार पद रिक्त रह जाएंगे। विभाग को सभी स्कूलों में प्राचार्य देने चाहिए।- मनीष कस्वां, प्रदेश महामंत्री राजस्थान शिक्षा सेवा परिषद

पदस्थापन के बाद भी रिक्त रह जाएंगे पद

विभाग ने 24 जनवरी को विभागीय पदोन्नति समिति की ओर से चयनित 5005 उप प्राचार्य को प्राचार्य बना दिया। इन्हें पदस्थापन के बाद भी प्राचार्य पद रिक्त रहने वाले करीब ढाई हजार स्कूलों के पदों को भरने के लिए विभाग ने कुछ नहीं सोचा है। प्रदेश में 19 हजार 562 उमा विद्यालयों में 17 हजार 783 प्राचार्य के पद स्वीकृत हैं। वर्तमान में 10206 स्कूलों में प्राचार्य कार्यरत है। करीब 7577 रिक्त पदों पर 5 हजार का पदस्थापन करने पर करीब 2572 स्कूलों में पद रिक्त रह जाएंगे।

कैस-1- राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय किलचू देवड़ान बीकानेर में पहले से ही प्राचार्य कार्यरत है। अब यहां एक उप प्राचार्य पदोन्नत होने पर उन्हें भी इसी स्कूल में ही ज्वाइनिंग करवा दी गई। यानि स्कूल में दो प्राचार्य हो गए हैं। दूसरी तरफ प्रदेश के सैकड़ों स्कूलों में प्राचार्य के पद रिक्त पड़े हैं। अब पदस्थापन के बाद एक प्राचार्य रह जाएगा।

कैस-2- पीएमश्री अमर शहीद सागरमल गोपा राउमावि जैसलमेर में भी दो प्राचार्य कार्यरत हैं। इस सरहदी जिले में अन्य दूरस्थ स्कूलों में प्राचार्य के पद रिक्त पड़े हैं। इस स्कूल में भी दो प्राचार्य होने से स्टाफ के सामने यह समस्या पैदा हो गई कि उपस्थिति किसके समक्ष देंवे। अब 18 फरवरी के बाद प्राचार्य की तस्वीर साफ होगी। तब तक दो प्राचार्य रहेंगे।


फैक्ट फाइल

  • 19562 उच्च माध्यमिक विद्यालय
  • 17783 प्राचार्य के पद स्वीकृत
  • 10206 प्राचार्य कार्यरत
  • 5005 प्राचार्य की पदोन्नति


कैस-3- राउमावि बगड़ी लक्ष्मणगढ़ सीकर में भी दो प्राचार्य कार्यरत है। यहां पर भी यही समस्या है कि जो उप प्राचार्य पहले से कार्यरत प्राचार्य के आदेश की पालना करते थे। अब वहीं उप प्राचार्य पहले से कार्यरत प्राचार्य के बराबर सीट पर बैठने लगे हैं। यहां पर भी इस माह में एक प्राचार्य हीरह पाएगा।

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