भारत-चीन के जवानों में झड़प, चीन के 5 सैनिक मरे, भारत के तीन जवान शहीद


                                                                                                                            
                                                                                                                              शिखर के प्रसंग समाचार

नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर पिछले महीने के शुरुआत से चल रहे तनाव ने खूनी रंग ले लिया है। गलवान घाटी पर सोमवार रात को भारतीय सैनिक और चीनी सैनिक के बीच हिंसक झड़प में भारतीय सेना के एक अधिकारी और दो जवान शहीद हो गए हैं। वहीं चीन के समाचार पत्र ग्लोबल टाइम्स ने भी पांच चीनी सैनिकों की मौत और 11 के घायल होने की बात कहीं है। चीन ने भारत पर हमले का आरोप लगाया है। लगभग पांच दशक बाद चीन और भारत के बीच हिंसक झड़प हुई है। चीन और भारत दोनों ने यह स्वीकार किया है कि दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, न कि फायरिंग की वारदात। हालांकि, दोनों सेना के सीनियर अधिकारी स्थिति को शांत करने के लिए जुटे हुए हैं।

इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेना प्रमुखों और विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के साथ बैठक की। पूर्वी लद्दाख के घटनाक्रमों पर चर्चा की गई। बता दें कि 70 के दशक के बाद पहली बार एलएसी पर भारतीय जवानों की शहादत हुई है। 1962 में भारत और चीन का युद्ध हुआ था। इस युद्ध के बाद यानि 70 के दशक के बाद से एलएसी पर तनाव की खबरें आती थी। हालांकि, ऐसे में कोई भारतीय सेना का जवान शहीद नहीं हुआ था। कल  करीब 50 साल बाद एलएसी पर भारत और चीनी सैनिक के बीच हिंसक झड़प हुई। इसमें भारतीय सेना के अधिकारी और दो जवान शहीद हो गए हैं।

बीजिंग ने भारत पर सीमा पार कर चीनी कर्मियों पर हमला करने का आरोप लगाया है। चीन के ग्लोबल टाइम्स ने विदेश मंत्री के हवाले से कहा कि भारतीय सैनिकों ने सोमवार को अवैध रूप से दो बार सीमा पार करके, चीनी सैनिकों पर हमलों को अंजाम देकर दोनों पक्षों की सहमति का उल्लंघन किया, जिसके चलते गंभीर शारीरिक झड़पें हुईं।

Post a Comment

0 Comments